डबवाली: दशकों से चौटाला व बादल खानदान की आपसी पारिवारिक साँझ जगजाहिर है। हरियाणा के पूर्व मुख्य मंत्री ओम प्रकाश चौटाला का पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से गहरा याराना था। दोनों एक-दुसरे के साथ अडिग चट्टान की भांति डटते थे। वे अक्सर गांव बादल में बड़े बादल से मुलाकात करने जाया करते थे। गत वर्ष प्रकाश सिंह बादल के देहांत से ओम प्रकाश चौटाला काफी आहत हुए थे।
उनकी मित्रता की सबसे बड़ी मिसाल तब देखने को मिली जब इनेलो व जजपा के बिखराव के बाद पूर्व मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल व उनके पुत्र व अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अपने सियासी हितों को दरकिनार कर दिया था व अपने पारिवारिक रिश्तों की नैतिकता के चलते सियासी मंझधार में घिरे ओम प्रकाश चौटाला की पार्टी इनेलो से गठ्बन्धन को प्रमुखता दी थी।
जजपा से गठ्बन्धन के सियासी दबाब के बावजूद शिरोमणि अकाली दल ने 2 अक्टूबर 2019 को देर रात्रि चंडीगढ़ में हुई पार्टी बैठक में इनेलो-अकाली दल के गठ्बन्धन का निर्णय में लिया गया था। जबकि उस समय सभी को जजपा का प्रत्यक्ष तौर पर पलड़ा भारी दिखाई दे रहा था। राजनीतिक परिदृश्य में राजनीति पर रिश्ते भारी पड़ने की ऐसी मिसाल शायद ही कहीं ओर देखने को मिले।
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